नम्बर 8

जी हाँ ,ये नम्बर शनि महाराज का है 8 जो लोग महीन की 8,17,26, तारीख को पैदा हुए होते है उनका मूंलाक 8होगा।

वायु तत्व की प्रधानता वाला ग्रह शनि है।यह अंक कार्य सम्पन्नता को दर्शाता है। यह एक राशि में ढाई वर्ष तक रहता है।30 वर्षो के बाद ये ग्रह पुनः उसी राशि में प्रवेश करता है। यह ग्रह कठोर व अनुशासनप्रिय ग्रह है।किसी को बर्बाद तो किसी को आकाश की ऊंचाई तक ले जाता है।

8अकं लिखो तो दो गोले ऊपर नीचे ऊपर नीचे जुड़े दिखाई देते है।जो दो विरोधी विचारों ,बौद्धिकता, आध्यात्मिकता का मेल दिखाई देता है। यह अंक चार और चार को मिलाकर बना है जो एक और सकारात्मक और दूसरी और नकारात्मक दर्शाता है।

मूलांक वाले जातक गम्भीर प्रवृति के होते है।ये लोग मूलांक वाले लोग काम।में लगे रहते है ।इन को समझ पाना थोडा कठिन होता है।

शनि ग्रह के कारक तत्व आप इस नम्बर में देख सकते है।

शनिदेव मकर और कुम्भ राशि के स्वामी है तथा इनकी महादशा 19वर्ष की होती है।

।मनुष्य पर प्रभाव 

शनि ग्रह अंक 8है।इसे से रोग,शत्रुभाव,आयु,मत्यु,जीवन,दुखों व अभावो की स्थिति निर्मित होती है।अशुभ शनि होने से मनुष्य के जीवन में आकस्मिक विपत्ति निम्न स्तर की सेवाएं ,आश्रयहीन दरिद्रता ,चोरी का भय,दुर्घटनाग्रस्त, दमा,लकवा ,रोग,बीमारियां आदि देखने को मिलती है।

शुभ प्रभाव में

लम्बी आयु ,चिन्तन शक्ति में वृद्धि, ऐश्वर्य, ख्याति,जीवन में स्थिरता और संतोष की प्राप्त होता है।शनि देव का अच्छे ग्रह योग से कार्य कुशलता में वृद्धि ,पैतृक व्यवसाय में लाभ, परिवार में मजबूत स्थिति ,शिष्ट व्यवहार, धार्मिक कार्यो में रूचि ,बलवान स्थिति ,प्रसिद्ध, लोकप्रियता एंव विशिष्टता के योग बनते है।शनि विशेष फल जीवन के आरंभ या अंत में प्राप्त होता है। यह व्यक्ति के पूर्व कर्मो का सूचक भी है।शनि देव उसी के अनुसार व्यक्ति को दंडित करता है।

दान

ब्राह्मण को तिल ,उड़द, लोहा,तेल, काला वस्त्र, नीलम, काला कम्बल,जूता आदि का दान करना चाहिए।

मजदूरों के साथ अच्छा व्यवहार अंपग को भोजन का दान।

शनि देव का रत्न नीलम होता है

धन्यवाद

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